विदिशा। थाना सिविल लाईन विदिशा में 28.10.2023 को ग्राम धारूखेड़ी के चौकीदार बदन सिंह द्वारा सूचना दिया कि धारूखेड़ी में खेत के नाले में एक लाश पड़ी है। सूचना पर सिविल लाईन पुलिस के द्वारा मौके पर जाकर लाश को निकलवाया गया। जिसकी पहचान थाना सिविल लाईन विदिशा में पंजीबद्ध गुम इंसान 27 अक्टूबर को तोरण सिंह दांगी पिता सवाचंद दांगी उम्र 60 साल निवासी धारूखेड़ी विदिशा के रूप में की गई।
मौके पर मर्ग पंजीबद्ध कर प्रारंभिक कार्यवाही की गई। बाद पीएम डाक्टर द्वारा शार्ट पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उक्त मृतक की मृत्यु सिर में आयी गंभीर चोट व गला घोटने से हुई है। 29 अक्टूबर को थाना पर धारा 302 भादवि का अपराध अज्ञात आरोपी के विरूद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में टीम द्वारा तकनीकी आधार पर घटना स्थल पर मिले भौतिक साक्ष्य एवं घटना स्थल के साक्षियान कथन के आधार पर गुम इंसान की फरियादिया रमा राठौर को और उसके साथ खेतों में काम करने वाले करिया दद्दू उर्फ अंतराम कुशवाह, मुकेश कुशवाह, प्रकाश साहू व टीलाखेड़ी का देवेन्द्र चतुर्वेदी से बारीकी से पूछताछ की, जिन्होंने जुर्म स्वीकार करते हुए 25 अक्टूबर को दोपहर में धारूखेड़ी स्थित ज्वार के खेत में बकरा पार्टी करते समय उक्त सभी ने बैठकर शराब पी और मृतक तोरण सिंह दांगी से विवाद होना और विवाद में रमा राठौर के द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर रोटी बनाने के तवा से दो-तीन वार तोरन सिंह के सिर में मारकर व गमछा से गला घोटकर हत्या करना और एक दिन मृतक की बॉडी को ज्वार के खेत में छिपाना और दूसरे दिन अपने साथियों के साथ मृतक की लाश को खेत में बने नाले में फेंकना बताया। उक्त सभी के द्वारा जुर्म स्वीकार करने सभी के मेमोरेंडम लेख किये गये व गिरफ्तार कर उक्त घटना में आरोपीयान से घटना में प्रयुक्त तवा व डंडे जप्त किये गये है और आरोपियान को न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
हत्या का उद्देश्य
मंगलवार शाम चार बजे एएसपी समीर यादव, सीएसपी राजेश तिवारी, टीआई सिविल लाइन थाना शाहबाज खान ने प्रेसवार्ता के जरिए बताया कि आरोपिया रमा राठौर विगत सात साल से मृतक तोरण सिंह दांगी के साथ लिव इन में रह रही थी एवं अपने आपको उसकी पत्नी बताने लगी थी। मृतक तोरण सिंह की पत्नी बेटे की पूर्व में मृत्यु हो चुकी थी। आरोपिया रमा राठौर की नियत तोरन सिंह की संपत्ति पर थी, जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर तोरण सिंह दांगी की हत्या कर उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवायी थी।
टर्निंग पाइंट
घटना 25 अक्टूबर को घटित हुई थी। उसके दो दिन 27 तारीख को रमा राठौर द्वारा ही मृतक तोरण ङ्क्षसह के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई गई है। उसी के आधार पर पुलिस ने शक के आधार पर रमा और उसके आसपास जांच शुरू की और उनके साथ रहने वाले अन्य लोगों की पूछताछ शुरू की। सायबर पड़ताल और सूत्रों से मिली जानकारियों को जोड़कर इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाया गया।
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