सिंगरौली। भारतीय जनता पार्टी में इन दोनों घमासान मचा हुआ है। दरअसल भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष प्रवीण तिवारी को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित करने के बाद भाजपा के सैकड़ो कार्यकर्ता लामबंद हो गए। और प्रवीण तिवारी के समर्थन में अपना त्यागपत्र देने के लिए भाजपा कार्यालय पहुंच गए। इस दौरान भाजपा के सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित प्रवीण तिवारी जिंदाबाद के नारे लगाए।इ स दौरान प्रवीण तिवारी ने भाजपा जिलाध्यक्ष राम सुमिरन सहित बिना नाम लिए कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। बता दे की भाजपा से निष्कासित प्रवीण तिवारी के समर्थन में भाजपा एसटी मोर्चा का मंडल अध्यक्ष, किसान मोर्चा और बूथ अध्यक्ष सहित सैकड़ो पदाधिकारी ने अपना लिखित त्यागपत्र लेकर भाजपा कार्यालय पहुंच गए। लेकिन पहले से मौजूद भाजपा के अन्य कार्यकर्ताओं ने प्रवीण तिवारी और उनके समर्थकों को कार्यालय में घुसने नहीं दिया गया। जहां त्यागपत्र देने पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहित प्रवीण तिवारी जिंदाबाद के नारे लगाए। इसी बीच कोतवाली और विंध्यनगर पुलिस मौके पर पहुंच दर्जन भर लोगों को हिरासत में लेकर थाने ले गई।
प्रवीण तिवारी ने मीडिया से रूबरू होते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष राम सुमिरन पर कई संगीन आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा जिला अध्यक्ष लगातार मनमानी कर रहे हैं जिलाध्यक्ष बनने के बाद से ही वह मेरे खिलाफ साजिश रच रहे और पार्टी से निकलने की प्रक्रिया शुरू कर दिए थे मैं जब कोयले में मिलावट कि शिकायत की थी उसके बाद से ही वह मुझसे नाराज थे। जिला अध्यक्ष की मनमानी की वजह से भाजपा के सैकड़ो कार्यकर्ता अपना त्यागपत्र देने पहुंचे हैं। इन्हें कोई लाया नहीं है बल्कि यह अपने से आए हुए लोग हैं।त्यागपत्र देने पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता की गई है। यह लोग भाजपा के कार्यकर्ता है कोई अपराधी नहीं है। राम सुमिरन गुप्ता के जिला अध्यक्ष बनने के बाद भाजपा कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय में अपनी बात नहीं कर पा रहे हैं इससे बड़ी दुर्भाग्य की बात क्या हो सकती है। कोयले में मिलावट की शिकायत से जिलाध्यक्ष थे नाराज प्रवीण तिवारी ने कहा कि राम सुमिरन गुप्ता भाजपा जिलाध्यक्ष बनने के बाद से ही मुझे पार्टी से निकलने की साजिश रचने लगे थे, जिले में जो स्थापित नेता है उनके द्वारा कोयले में मिलावट का खेल किया जा रहा था।
जिसकी शिकायत मैंने पार्टी फोरम, डीजीपी कार्यालय और कोल मंत्रालय से की थी। उसके बाद से ही जिला अध्यक्ष सहित पार्टी के कई स्थापित सीनियर नेता मुझसे नाराज थे। जिलाध्यक्ष खुद कोई फैसला लेने में सक्षम नहीं है उनके पीछे कई ऐसे स्थापित नेता है जो उन्हें रिमोट कंट्रोल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। मैं भाजपा के ईमानदार कार्यकर्ता के रूप में काम जरूर कर रहा था यह अलग बात है कि मैं जिलाध्यक्ष के हिसाब से गलत काम काम नहीं कर पा रहा था, जिससे वह नाराज थे।
भाजपा कार्यालय में घंटों चला हंगामा प्रवीण तिवारी के निष्कासन मामले को लेकर एक सैकड़ा के करीब पार्टी के कार्यकर्ता और उनके समर्थ भाजपा कार्यालय पहुंच गए जहां अपना इस्तीफा देने की बात करने लगे इस दौरान भाजपा के कई पदाधिकारी ने कार्यालय के अंदर जाने से रोक दिया जिस वजह से घंटे तक भाजपा कार्यालय के सामने हंगामा करने लगे काफी भीड़ इक हो जाने के चलते आखिरकार कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई मौके पर कोतवाली थाना के उप निरीक्षक उदय करिहार अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे एकत्रित भीड़ को किसी तरह वहां से समझा बूझकर हटाया गया।
बताया जाता है कि प्रवीण तिवारी के साथ के कार्यकर्ता पहुंचकर भाजपा जिला अध्यक्ष पर कई संगीन आरोप लगाते हुए आड़े हाथ लिया था। जब कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय पहुंचे थे उसे दौरान प्रवीण तिवारी मौजूद नहीं थे इसके बावजूद भाजपा कार्यालय में मौजूद कई पदाधिकारी ने यह कहा कि यह सब प्रवीण तिवारी के आदमी है उन्हीं के इशारे पर यहां आए हुए हैं ।
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