2 महीनों में किया गया सबसे बड़ा राजस्व निपटारा अभियान
शब्दघोष,भोपाल: मध्यप्रदेश की सरकार ने राजस्व मामलों में पारदर्शिता लाने और आंतरिक प्रक्रियाओं को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की है और इसका फलस्वरूप 2 महीने में रिकॉर्ड 1.5 लाख राजस्व मामलों का निपटारा किया गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में चल रहे राजस्व महाअभियान ने प्रदेश में राजस्व प्रकरणों के समाधान को तेजी से बढ़ावा दिया है।
राजस्व महाअभियान की शुरुआत: मध्यप्रदेश सरकार ने 15 जनवरी 2024 से राजस्व महाअभियान की शुरुआत की थी, और इसके तहत अब तक 1.5 लाख से अधिक राजस्व मामलों का समाधान कर लिया गया है। सरकार द्वारा अपनाए जा रहे प्रक्रियाओं के चलते, लंबित प्रकरणों का निराकरण मुक्त और सही समय में हो रहा है।
महाअभियान का प्रबंधन: राजस्व महाअभियान के दौरान गांवों में खसरा बी-1 के वाचन की प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए पटवारियों को समय-सारणी दी गई है। नागरिकों को भी सुविधा दी जा रही है, जिसके तहत वे समग्र ई-केवाईसी और समग्र से खसरे की लिंकिंग के लिए समग्र वेब पोर्टल एमपी ऑनलाइन/सीएसई के कियोस्क के माध्यम से समग्र में आधार की ई-केवाईसी करा सकते हैं। आरसीएमएस पर प्रकरण दर्ज करवाने के लिए नागरिकों को निःशुल्क सुविधा दी जा रही है।
लंबित प्रकरणों का निपटारा: नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, और अभिलेख दुरुस्ती के लंबित 2,41,784 प्रकरणों में से डेढ़ लाख के करीब 1,50,000 प्रकरणों का निपटारा किया गया है। बाकी के प्रकरणों का भी तीव्र निपटारा होने की उम्मीद है, और इसका लक्ष्य है कि फरवरी अंत तक सभी प्रकरण निपटारे हों।
निगरानी का संचालन: राजस्व महाअभियान की सतत निगरानी के लिए राजस्व विभाग द्वारा डेशबोर्ड का संचालन किया जा रहा है, जिससे राज्य स्तर से लेकर तहसील स्तर तक महाअभियान के दौरान हो रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा हर दिन की जा रही है।
ग्रामीणों और किसानों में उत्साह: राजस्व महाअभियान ने ग्रामीणों और किसानों में उत्साह बढ़ाया है, और नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, और अभिलेख दुरुस्ती में लंबित प्रकरणों को त्वरित निराकरण करने का मुहूर्त प्रदान किया जा रहा है।
राजस्व महाअभियान के सफल निष्कर्षों से यह स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश सरकार ने राजस्व क्षेत्र में पारदर्शिता और कार्यक्षमता को बढ़ावा देने के लिए कठिनाईयों का सामना किया है और नागरिकों को सुविधाएं प्रदान करने का समर्पण किया है।
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