शीतलहर की वापसी से श्वसन संबंधी रोगों में तेजी,प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
शब्दघोष, भोपाल: मौसम के परिवर्तन के साथ ही भोपाल में श्वसन संबंधी बीमारियों में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसके परिणामस्वरूप प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी की है और डाक्टरों की संख्या को भी बढ़ाने का निर्णय किया है।
पूर्व में ठंड के सताने के कारण श्वसन संबंधी बीमारियों के मरीजों की संख्या कम हो रही थी, लेकिन मौसम की एक बार फिर करवट लेने के बाद इस दिशा में वृद्धि हुई है। शीतलहर के लौट आने के कारण, श्वसन संबंधी रोगों के मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
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श्वसन रोग विशेषज्ञों के अनुसार, गर्मी की शुरुआत से ही अस्थमा और सांस संबंधी रोगों के मरीजों में लक्षण दिखाई देने लगते हैं। धूल, डस्ट, पराग, और तेज दुर्गंध के कारण इन रोगों के मरीजों को खांसी, सांस लेने में तकलीफ, नाक में खुजली, आंखों में पानी आना, और लगातार छींकने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
इस संकट को देखते हुए, अस्पतालों में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। हमीदिया और जेपी अस्पताल सहित शहर के सभी इलाकों में संचालित क्लीनिकों में भी मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। श्वसन रोग विभाग में मरीजों का तांता लगा हुआ है और एडवाइजरी के माध्यम से लोगों को सतर्कता बनाए रखने का आदान-प्रदान बताया जा रहा है।
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इसके अलावा, इनफ्ूलएन्जा व माइक्रोप्लाज्मा एनीमिया जैसी बीमारियों के लक्षण देखे जाने पर कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करने की समझाइश दी जा रही है। लोगों से अपील है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए निर्धारित दिशा निर्देशों का पालन करें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
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