शब्दघोष, भोपाल। लोकसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में पूरे देश में आचार संहिता प्रभावशील है। भारतीय जनता पार्टी शासन और प्रशासन का जमकर दुरूपयोग कर रही है। वहीं भाजपा विपक्षी दलों की मान-मर्यादा का लगातार दोहन कर रही हैं। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बी.डी. शर्मा द्वारा बीते दिनों राजगढ़ की चुनावी रणभूमि में आमसभा को संबोधित कर कांग्रेस प्रत्याशी श्री दिग्विजय सिंह के विरूद्व अनर्गल विलाप करते हुये अपने भाषण में धार्मिक उन्नमाद फैलाने का कार्य कृत्य किया और राजनीतिक कार्यक्रम को धर्म की आड़ लेकर कांग्रेस प्रत्याशी श्री दिग्विजय सिंह जी के विरूद्ध अनर्गल बयान बाजी करते हुए कहा कि ‘‘ राजगढ़ का चुनाव साधारण चुनाव नहीं है, बल्कि यह चुनाव भगवान राम का अपमान करने वाले, भारतीय संस्कृति का अपमान करने वाले, आतंकवादियों को गले लगाने वाले व्यक्ति दिग्विजय सिंह के साथ (विरूध) है, इसलिए 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर बनवाने एवं उनकी प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए राम विरोधी, संस्कृति विरोधी, आतंकवादियों के हितैषी दिग्विजय सिंह को चुनाव में हराकर भाजपा प्रत्याशी रोड़मल नागर को भारी संख्या में विजयी बनाएं। भाजपा प्रत्याशी श्री रोडमल नागर के नामांकन के संबंध में आयोजित चुनावी आमसभा में सत्तारूढ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने खुलकर आचार संहिता की धज्जियां उडाई एवं शासकीय मशनरी का भी दुरूपयेाग किया।
प्रदेश कांग्रेस के चुनाव आयोग कार्य प्रभारी जे.पी. धनोपिया ने चुनाव आयोग को लिखे अपने पत्र में शिकायत की है कि प्रभावशील आदर्श आचार संहिता के अनुसार कोई भी राजनीतिक दल का नेता धर्म के नाम पर वोट नहीं मांग सकता, प्रत्याशी के विरूद्ध गलत, असत्य एवं निराधार आरोप लगाकर उन्हें बदनाम करने का कृत्य करते हुए चुनाव में हराने की अपील करते हुए वोट मांगना प्रतिबंधित है।
श्री धनोपिया ने चुनाव आयोग से उक्त शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग की।
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