ग्वालियर, शब्दघोष। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवी राजे का सिंधिया छत्री पर राजसी परंपरा के तहत अंतिम संस्कार संपन्न हो गया। बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने परंपरा के अनुसार मंत्रोच्चार के बीच धार्मिक कर्मकांड पूरे किए। इससे पहले जय विलास पैलेस स्थित रानी महल से पार्थिव देह के अंतिम दर्शन के बाद अंतिम यात्रा निकाली गई। जिसमें मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सहित कई वीवीआईपी के साथ ही आमजन भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
बता दें कि गुरुवार सुबह उनकी पार्थिव देह दिल्ली से ग्वालियर लाई गई थी। यहां रानी महल में लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए। पक्ष और विपक्ष के कई नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। दिनभर उनके अंतिम दर्शन करने वालों की भारी भीड़ उमड़ती रही। तय समय से थोड़ी देर बाद उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई और जय विलास पैलेस के प्रमुख द्वारा से होती हुई कटोरा ताल स्थित छत्री स्थल पर पहुंची। वहां पर परंपरा अनुसार मंत्र चरणों के बीच उनके पुत्र श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी मां की पार्थिव देव को मुखाग्नि दी। थोड़ी देर पश्चात उपस्थित वीवीआईपी कतारबद्ध होकर उन्हें अंतिम प्रणाम करते दिखाई दिए।
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