रायसेन, शब्दघोष। जिले के नवनियुक्त कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा ने बुधवार को पदभार ग्रहण करते ही गैरतगंज में विभिन्न सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में बालक छात्रावास में कमियों के प्रति गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने इसके अलावा राजस्व कार्यालय एवं सिविल अस्पताल का भी निरीक्षण किया, तथा अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
बुधवार की शाम करीब 7 बजे कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा अचानक गैरतगंज पहुंचे उन्होंने तहसील एवं एसडीएम कार्यालय का निरीक्षण किया। इस मौके पर एसडीएम पल्लवी वैद्य, तहसीलदार अम्बर पंथी, नायब तहसीलदार विशाखा चौहान से विभिन्न कार्यो के संबंध में पूछताछ की। साथ ही राजस्व रिकार्ड की विभिन्न फाइलों का अवलोकन किया। इसके बाद कलेक्टर सिविल अस्पताल पहुंचे तथा भवन का निरीक्षण सहित मरीज़ों से बातचीत कर उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। अस्पताल के कर्मचारियों ने अस्पताल में स्टाफ की कमी होने से अवगत कराकर इसके हल की मांग की। साथ ही अस्पताल में आपातकालीन सेवा वाहनों की कमी से भी कलेक्टर को अवगत कराया गया। उन्होंने बीएमओ डॉ.अरनिष्ट लाल से अस्पताल के संबंध में जानकारी ली।
छात्रावास में मिली कमी, कलेक्टर ने जताई नाराज़गी
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा ने शासकीय अनुसूचित जाति जनजाति सीनियर उत्कृष्ट बालक छात्रावास का निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रावास में रहने वाले बच्चो से व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। यहां छात्रावास अधीक्षक रणधीर सिंह रघुवंशी कर्तव्य से अनुपस्थित मिले, साथ ही छात्रावास में साफ सफाई नही होने एवं गंदगी एवं बदबू के माहौल से कलेक्टर नाराज़ हुए। उन्होंने अधीक्षक से मोबाइल पर बात कर उन्हें जमकर फटकार लगाई। छात्रावास में रहने वाले बच्चो ने बताया कि अधीक्षक कई कई दिन छात्रावास नही आते। वही सुविधाओं की भी कमी है। कलेक्टर ने छात्रावास में कमरों की जर्जर अवस्था टूटे दरवाजे के प्रति भी नाराज़गी जताई तथा निरीक्षण में साथ एसडीएम, तहसीलदार को छात्रावासो के हालत सुधार एवं इनके निरंतर निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
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